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मैत्री सेतु (Maitri Setu) : चर्चित मुद्दा

 

मैत्री सेतु (Maitri Setu) : चर्चित मुद्दा 


मैत्री सेतु (Maitri Setu) : चर्चित मुद्दा

विस्तार :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत और बांग्लादेश के बीच बने पुल यानी मैत्री सेतु का उद्घाटन कर दिया है। कोरोना वायरस की वजह से यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अपने बांग्लादेश दौरे के दौरान "मैंने और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मिलकर त्रिपुरा को बांग्लादेश से सीधे जोड़ने वाले ब्रिज का शिलान्यास किया था, और आज इसका लोकार्पण किया गया है।

मैत्री सेतु के बारे में :

मैत्री सेतु, त्रिपुरा राज्य की फेनी नदी पर बना है। फेनी, त्रिपुरा और बांग्लादेश के बीच बहने वाली एक नदी है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 मार्च, 2021 को दोपहर करीब 12 बजे एक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 'मैत्री सेतु' का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा त्रिपुरा राज्य में कुछ इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया गया।   

मैत्री सेतु दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों को प्रर्दशित करता है। इसका निर्माण नेशनल हाइवे एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा किया गया है, जिसकी कीमत करीब 133 करोड़ आई है।  1.9 किमी लंबा ये ब्रिज भारत में त्रिपुरा राज्य के सबरूम (Sabroom) को बांग्लादेश के रामगढ़ को जोड़ता है। ये पुल दोनों देशों के बीच के व्यापारिक संबंधों और लोगों के आवागमन को सरल करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है। 

इस पुल के निर्माण के साथ ही त्रिपुरा 'नॉर्थ ईस्ट का गेटवे' बनने की ओर है, इससे त्रिपुरा, बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह से कनेक्ट हो जाएगा। जो सबरूम से मात्र 80 किमी दूरी पर स्थित है। 

1.9 किमी लंबा है पुल :

फेनी नदी पर बना मैत्री सेतु दक्षिण त्रिपुरा को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ेगा। 1.9 किलोमीटर लंबे इस पुल का निर्माण 2017 में शुरू किया गया था। इसका निर्माण दो साल में होना था, लेकिन कोरोना के कारण इसमें विलंब हुआ। इसके जरिए बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह जाना सुगम होगा। इस पुल के निर्माण की देखरेख राष्ट्रीय राजमार्ग आधारभूत सरंचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा की गई है।  

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज त्रिपुरा पुरानी सरकार के 30 साल और डबल इंजन की तीन साल की सरकार में आए बदलाव को स्पष्ट अनुभव कर रहा है। जहां कमीशन और करप्शन के बिना काम होने मुश्किल थे, वहां आज सरकारी लाभ लोगों के बैंक खाते में, सीधा पहुंच रहा है। 

त्रिपुरा का ट्रेड वॉल्यूम बढ़ा है : 

त्रिपुरा का ट्रेड वैल्यूम तो बढ़ा ही है साथ ही राज्य से होने वाले निर्यात भी करीब-करीब पांच गुना तक बढ़ गया है। त्रिपुरा के विकास के लिए केंद्र सरकार ने हर आवश्यकता का ध्यान रखा है। पीएम मोदी के द्वारा 
जहां डबल इंजन की सरकार नहीं है, आपके पड़ोस में ही, गरीबों, किसानों, बेटियों को सशक्त करने वाली योजनाएं या तो लागू ही नहीं की गई, या बहुत धीमी गति से चल रही है। डबल इंजन सरकार का सबसे बड़ा असर गरीबों को पक्के घर देने में दिख रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा त्रिपुरा की कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर में बीते तीन साल में तेजी से सुधार हुआ है। एयरपोर्ट का काम हो, या समंदर के रास्ते त्रिपुरा को इंटरनेट से जोड़ने का काम हो, या रेल लिंक, इनमें तेजी से काम हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि बांग्लादेश में भी इस पुल से कनेक्टिविटी तेज होगी। 

फेनी ब्रिज के खुल जाने से अगरतला, इंटरनेशनल सी पोर्ट से भारत का सबसे नजदीक का शहर बन जाएगा। जब हर घर जल, बिजली, स्वास्थ की सुविधाएं पहुंचती हैं तो हमारे देश जनजातीय क्षेत्रों को इसका विशेष लाभ होता है। यही काम केंद्र और त्रिपुरा की सरकार मिलकर कर रही है।

फेनी नदी के बारे में :

  • फेनी नदी दक्षिण पूर्वी बांग्लादेश और भारतीय राज्य त्रिपुरा में बहती है।
  • फेनी नदी का उद्गम दक्षिण त्रिपुरा जिले से होता है। यह सबरूम शहर से होते हुए बांग्लादेश में प्रवेश करती है तथा बंगाल कि खड़ी में गिरती है |
  • ज्ञात है कि नोआखली जिले से बहने वाली मुहुरी नदी, फेनी नदी के मुहाने पर मिलती है | मुहुरी नदी को छोटी फेनी  या  लिटिल फेनी  भी कहा जाता है |
  • फेनी एक क्रॉस बॉर्डर नदी है जो बांग्लादेश के स्वतंत्र (1972 ई) होने से पहले नदी के जल अधिकारों को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच कई विवाद थे।

फेनी नदी विवाद के बारे में :

  • फेनी नदी के जल के बँटवारे का विवाद वर्ष 1958 से समय से लंबित था | बांग्लादेश की तरफ से यह आरोप लगाया जाता था कि फेनी नदी का पानी काफी समय से भारत की ओर से पंपों द्वारा निकला जाता है| ज्ञात है कि सबरूम (त्रिपुरा में स्थित ) भू-जल में लौह तत्त्व अत्यधिक मात्रा के कारण पेयजल कि समस्या से ग्रसित था|
  • वर्ष 2019 में भारत और बांग्लादेश के बीच संयुक्त नदियों के आयोग (JRC) की एक जल सचिव-स्तरीय बैठक आयोजित नई दिल्ली में आयोजित की गयी थी, जिसमें भारत और बांग्लादेश के बीच 7 नदियों (मनु, मुहुरी, खोवाई , गुमटी, धरला, दुधकुमार, और फेनी) के जल आंकड़ो के एकत्र कर समझौता किया गया था |
  • इसके साथ ही वर्ष 2019 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने त्रिपुरा के सबरूम शहर में एक पेयजल आपूर्ति योजना के लिए भारत और बांग्लादेश के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) को मंजूरी दी गयी थी। इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) द्वारा सबरूम शहर में एक पेयजल आपूर्ति हेतु भारत द्वारा फेनी नदी से 1.82 क्यूसेक (क्यूबिक फीट प्रति सेकंड) पानी की निकासी को मंजूरी मिली थी।
   

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Maitri Setu: Spotlight

मैत्री सेतु (Maitri Setu) : चर्चित मुद्दा

Detailed :

Prime Minister Narendra Modi on Tuesday inaugurated the Maitri Setu, a bridge between India and Bangladesh. This program was done through video conferencing due to corona virus. Prime Minister Modi said that during his visit to Bangladesh "I and Prime Minister Sheikh Hasina together laid the foundation stone of the bridge connecting Tripura directly with Bangladesh, and it has been launched today."

About Maitri Setu:

The Maitri Sethu is built on the Feni river in the state of Tripura. Feni is a river flowing between Tripura and Bangladesh. Prime Minister Narendra Modi inaugurated the 'Maitri Setu' on 9 March 2021 at around 12 noon through a video conferencing. During this period, some infrastructure projects in the state of Tripura were also inaugurated and laid by the Prime Minister Narendra Modi.

The Friendship Bridge reflects the strengthening relations between the two countries. It has been constructed by National Highway and Infrastructure Development Corporation Limited, valued at around 133 crores. The 1.9 km long bridge connects the Sabroom of Tripura state in India to Ramgarh in Bangladesh. This bridge is going to play a very big role in simplifying the trade relations and the movement of people between the two countries.

With the construction of this bridge, Tripura is about to become the 'Gateway to the North East', connecting Tripura to the Chittagong port in Bangladesh. Which is located just 80 km from Sabroom.

The bridge is 1.9 km long:

The Maitri Setu on the Feni river will connect South Tripura with Ramgarh in Bangladesh. Construction of this 1.9 km long bridge was started in 2017. It was to be built in two years, but was delayed due to the corona. Through this, it will be easy to go to Chittagong port of Bangladesh. The construction of this bridge has been overseen by the National Highway Infrastructure Development Corporation Limited.

PM Modi further said that today Tripura is experiencing a clear change in the 30 years of the old government and the three years of double engine government. Where it was difficult to work without commission and corruption, today the government benefit is directly reaching the people's bank account.

Trade volume of Tripura has increased:

Trade value of Tripura has increased, as well as exports from the state have also increased by almost five times. The central government has taken care of every requirement for the development of Tripura.

By PM Modi

Where there is no double engine government, schemes in your neighborhood, empowering the poor, farmers and daughters, have either not been implemented, or are running very slowly. The biggest impact of the double engine government is seen in providing pucca houses to the poor.

The infrastructure of connectivity of Tripura has improved rapidly in the last three years by Prime Minister Modi. Be it airport work, or connecting Tripura to the Internet via the sea, or rail link, they are working fast. PM Modi said that not only in India but also in Bangladesh, this bridge will speed up connectivity.

With the opening of the Feni Bridge, Agartala will become the nearest city to India through the International Sea Port. When every household has access to water, electricity and health facilities, tribal areas have a special advantage in our country. The Central and Tripura governments are doing the same thing together.

About Feni River:
  • The river Feni flows in southeast Bangladesh and the Indian state of Tripura.
  • The river Feni originates from South Tripura district. This Sabroom enters Bangladesh via the city and falls in the standing of Bengal.
  • It is known that the Muhuri River flowing from Noakhali district meets at the mouth of Feni river. The Muhuri River is also known as Chhoti Feni or Little Feni.
  • Feni is a cross-border river which had many disputes between India and Pakistan before Bangladesh became independent (1972 AD).

Regarding the Feeney River dispute:
  • The controversy over the sharing of the Feni river water was pending since 1958. It was alleged on behalf of Bangladesh that the water of Feni river has been drained by pumps from the Indian side for quite some time. It is known that Sabroom (located in Tripura) was suffering from drinking water problem due to excessive amount of iron content in ground water.
  • In the year 2019, a water secretary-level meeting of the Joint Rivers Commission (JRC) between India and Bangladesh was held in New Delhi, in which 7 rivers (Manu, Muhuri, Khowai, Gumti, Dharla, between India and Bangladesh) Dudhkumar, and Feni) were compromised by collecting water data.
  • Also in the year 2019, the Union Cabinet approved a Memorandum of Understanding (MoU) between India and Bangladesh for a drinking water supply scheme in Sabroom city of Tripura. This Memorandum of Understanding (MoU) approved the withdrawal of 1.82 cusecs (cubic feet per second) of water from the Feni river by India for a drinking water supply in Sabroom city.   


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