राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 4 मार्च : दिवस विशेष
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (नेशनल सेफ्टी डे) भारत में हर साल 4 मार्च के दिन मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य हमारे जीवन के विभिन्न समयों में जागरूकता न होने या ध्यान न देने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना है। पहले से मनाए जाने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को अब ने राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा है। इस सप्ताह के दौरान विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीको से लोगों को अवगत कराया जाता है। इस पूरे सप्ताह में की जाने वाली प्रत्येक गतिविधि का एक मात्र उद्देश्य लोगों को उनकी सुरक्षा के लिए जागरूक कर उन्हे सुरक्षा के विभिन्न तरीको से अवगत करना होता है.
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस यह दिवस देश के सिक्यूरिटी विभाग एवम उन सभी सोल्जर को जाता हैं, जो देश को सुरक्षा देते हैं। इन सभी के कारण ही देश की सीमायें सुरक्षित रहती हैं,और इन्ही के कारण देश में शांति एवम आवाम में सुरक्षा का भाव होता हैं। इस दिन हम सभी देशवासी, इन सभी सुरक्षाबलों का तहे दिल से अभिवादन करते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का मकसद सुरक्षात्मक गाइडलाइन्स के बारे में जागरुकता बढ़ाना है। पहली बार 1972 में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का आयोजन किया गया था। दिवस का उद्देश्य सुरक्षा और कार्य संस्कृति के एकीकरण को सुनिश्चित करने के लिए कर्मियों और आम जनता के वादों को नया करना है।
मुख्य बिंदु
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को सुरक्षा बलों को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस दिवस के द्वारा नागरिकों को देश के प्रति उनके मौलिक कर्तव्यों के बारे में स्मरण करवाया जाता है। इस दिवस पर देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले सुरक्षा जवानों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
सुरक्षा कर्मचारी विभिन्न प्रकार की सुरक्षा जैसे कि राजनीतिक, पारिस्थितिक, आर्थिक, कंप्यूटर, इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्राकृतिक संसाधनों के लिए जिम्मेदार हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस हर साल 4 मार्च को मनाया जाता है क्योंकि, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना इसी दिन की गई थी।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद
सुरक्षा परिषद भारत की आर्थिक, राजनीतिक और सामरिक सुरक्षा चिंताओं पर विश्लेषण करती है। इसकी स्थापना 1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी।
इतिहास
श्रम और रोजगार मंत्रालय ने औद्योगिक सुरक्षा पर पहली कांफ्रेंस 1965 में 11 दिसंबर से लेकर 13 दिसंबर तक आयोजित की,उस मौके पर तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन मौजूद थे। कांफ्रेंस में राष्ट्रीय और राज्यकीय स्तर पर सुरक्षा परिषद् की जरूरत पर सहमति जताई गई।
फरवरी 1966 में, श्रम पर स्थायी समिति के 24वें सत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। 4 मार्च, 1966 को, भारत सरकार के श्रम मंत्रालय ने एक इकाई के तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना की। परिषद का पंजीकरण सोसायटी पंजीकरण कानून, 1860 के तहत किया गया। इसके अलावा, परिषद बॉम्बे पब्लिक ट्रस्ट कानून, 1950 के तहत भी रजिस्टर हुआ। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस अभियान की शुरुआत एक दशक बाद 4 मार्च, 1972 को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद स्थापना दिवस को मनाने के लिए हुई।
महत्व
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस सुरक्षा संबंधी गाइडलाइन्स, विशेषकर सड़क सुरक्षा, कार्य स्थल सुरक्षा, वातावरण और इंसानी स्वास्थ्य की सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। इसके तहत मनाई जाने वाली गतिविधि को संयुक्त रूप से सुरक्षा, स्वास्थ्य और वातावरण अभियान का नाम दिया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और सप्ताह 2021 में कब हैं ? ( National Safety and Security Day or week)
नेशनल सेफ्टी दिवस या राष्ट्रीय सुरक्षा अभियान पूरे एक सप्ताह तक चलने वाला अभियान है। यह महत्वपूर्ण दिवस हर साल 4 मार्च को पुरे भारत देश में मनाया जाता हैं। यह दिवस उन सभी बलिदानियों को समर्पित हैं, जिन्होंने अपना रक्त देकर भी देश की सुरक्षा की। इस दिन हिंदुस्तान उनके हौसले और जस्बे को सलाम करता हैं। ऐसे शहीद की शहादत को कोई कैसे शब्दों में बताये, ये तो दिल में जगह बनाते हैं, अपने कर्मो से ये आवाम के दिलों में बस जाते हैं।
हर साल की तरह इस साल भी यह दिन 4 मार्च को बड़ी धूम धाम से मनाया जाएगा, राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस या सप्ताह 4 मार्च से शुरू होकर 10 मार्च तक चलेगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कैसे मनाया जाता हैं? (How to Celebrate National Safety and Security Day/ week)
यह दिवस पहली बार 4 मार्च 1966 में मनाया गया था, जिसमे 8 हजार सदस्य शामिल हुये थे, उस समय यह दिवस देश के लोगो को सुरक्षा के प्रति जागृत करने के उद्देश्य से लाया गया था, जिसमे उन्हें देश में, समाज में कैसे एक दुसरे की सुरक्षा को ध्यान में रखकर कार्य करना चाहिये, उस दिशा में प्रेरित किया गया था।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस उद्देश्य (National Safety and Security Day/ week Objectives) :
- स्वच्छता : देश की सुरक्षा में केवल दुश्मनों से देश को सुरक्षित रखना ही नहीं आता, बल्कि देश में लोगो को बिमारियों से सुरक्षति रखना भी सुरक्षा के अंतर्गत आता हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस सभी को इस दिशा में अपना कदम बढ़ाने का रास्ता दिखाता हैं। देश को स्वच्छ रखना भी सुरक्षा के अंतर्गत शामिल हैं, जिसमे सरकार और जनता के साथ-साथ उद्योगपति जिम्मेदार हैं और इन सभी को एक साथ मिलकर देश में स्वच्छता संबंधी सुरक्षा लाना अनिवार्य हैं, इस प्रकार यह भी स्वच्छता भी सुरक्षा दिवस का उद्देश्य हैं।
- खाद्य पदार्थ : आज के समय में मिलावटी वस्तुओं का बोलबाला अधिक हैं, इससे भी कई बीमारियाँ हो रही हैं और इससे नयी नस्ल कमजोर होती जा रही है, इससे भी देश को सुरक्षित रखना हम सबका का कर्तव्य हैं। यह भी सुरक्षा का एक अंग हैं।
- गरीबी : देश में गरीबों की संख्या भी बहुत अधिक हैं, जिसके कारण वे असुरक्षित हैं। उनके लिए भी सोचना हम सभी का कर्तव्य हैं। किसी ना किसी तरह से गरीबों को भूखा ना रहना पड़े और उन्हें आजीविका का कोई जरिया मिल सके। इसके लिए भी हम सभी को एक होना आवश्यक हैं यह भी सुरक्षा का ही भाग हैं।
- नारि सुरक्षा : इस सुरक्षा का वहन भी हम सभी को मिलकर करना होगा। घटना घटने के बाद सजा देना तो न्याय पालिका का काम हैं, लेकिन हम सभी को होने वाली इन घटनाओं को ही समाप्त करने के विषय में सोचना और कार्य करना जरुरी हैं। तब ही राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/ नेशनल सिक्यूरिटी डे जैसे दिन का होना कारगर साबित होगा।
ऐसे कई विषय हो सकते हैं, जिनको तय करके हम राष्ट्रिय सुरक्षा दिवस के दिन एकजुट होकर इन पर कार्य करे, ताकि देश के ऐसे असुरक्षित मुद्दे समाप्त हो सके। यह सभी थे वे मुद्दे जो देश के भीतर हैं, इसके आलावा वे मुद्दे जिनके लिए हम सुरक्षा शब्द को परिभाषित करते हैं, वो हैं देश की सुरक्षा।
- राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह पूरे भारत देश में एक साथ मनाया जाता है, इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को सुरक्षा के साथ-साथ विभिन्न स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधित आंदोलनो के प्रति जागरूक करना है।
- इसे मनाने का एक अन्य उद्देश्य विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए सार्वजनिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना भी है।
- विभिन्न सुरक्षा स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधित गतिविधियों में विभिन्न व्यवसाय मालिको द्वारा अपने कर्मचारियों को जोड़कर सहभागी दृष्टिकोण को बढ़ावा देना।
- इस अभियान के माध्यम से जरूरत आधारित गतिविधियों, कानूनी आवश्यकताओ के साथ आत्म-निरीक्षण और आधिकारिक स्वास्थ्य सुरक्षा और पर्यावरण संबंधित गतिविधियों को वर्क प्लेस पर बढ़ावा देना।
- मालिको और कर्मचारियों को उनकी कानूनी ज़िम्मेदारी याद दिलाकर वर्क प्लेस पर सुरक्षा को बढ़ावा देना।
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण और ऐतिहात बरतने वाली प्रवृत्ति के साथ सुरक्षा को बढ़ावा देना।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की थीम 2011 -2020 (Themes of National Safety Day From 2011 – 2020) –
साल | थीम |
2011 | निवारक सुरक्षा और स्वास्थ्य संस्कृति की स्थापना और रखरखाव करना |
2012 | सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण सुनिश्चित करना था – यह एक मौलिक मानव अधिकार है |
2013 | सुरक्षित और स्वस्थ कार्यस्थल सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना |
2014 | कार्यस्थल पर दबाव और सुरक्षा के साथ खतरों का नियंत्रण |
2015 | सतत आपूर्ति श्रृंखला के लिए एक सुरक्षा संस्कृति बनाये |
2016 | ऐसा सुरक्षा आंदोलन जिसमें लोगों को कोई नुकसान न हो |
2017 | एक दूसरे को सुरक्षित रखें |
2018 | सुरक्षा हमारी प्राथमिकता नहीं है, यह हमारा मूल्य है |
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की गतिविधियां और कार्यक्रम (Safety Week Activities and Events) –
यह सप्ताह विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग और विभिन्न ओद्योगिक संगठनो द्वारा मिलकर मनाया जाता है। ये संस्थाए विभिन्न कार्यक्रमों और विभिन्न प्रमोशनल मटेरियल्स के द्वारा लोगों में राष्ट्रीय सुरक्षा कि भावना को जागरूक करती है। इन कार्यक्रमों को विभिन्न इलेक्ट्रोनिक मीडिया पत्रिकाओं, समाचार पत्रों और अन्य ओद्योगिक पत्रिकाओं के माध्यम से लोगों तक पहुँचाया जाता है।
इस पूरे राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के दौरान राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर विभिन्न गतिविधियों जैसे वाद-विवाद प्रतियोगिता, सेमिनार, सुरक्षा संदेशो के पोस्टर, स्लोगन, निबंध प्रतियोगिता, सुरक्षा पुरुस्कार वितरण, बैनर प्रदर्शनी, विभिन्न नाटक गीत तथा खेल प्रतियोगिता, विभिन्न कार्यशालाए और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के मुद्दो पर जागरूक किया जाता है।
इसके अलावा विभिन्न औद्योगिक कर्मचारियों के लिए सुरक्षा के मुद्दे पर विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है ताकि वे अपनी ज़िम्मेदारी अच्छे से समझ सकें। इस प्रशिक्षण में उन्हे विभिन्न मशीनों, रसायनिक और विध्युत जोखिमो से निपटने और विभिन्न सुरक्षा उपकरणो जैसे अग्निशामक, प्राथमिक चिकित्सा आदि का ज्ञान दिया जाता है। इस प्रकार इन कार्यक्रमों का संपूर्ण उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देना ही होता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर स्लोगन (Slogan on National Safety Day) –
- सुरक्षित और स्वास्थ्य कारी कार्यस्थल के लिए मिलकर प्रयास करें।
- जब तक आप सुरक्षा को अपना प्रथम ध्येय रखते है सफलता हमेशा आपके साथ रहेगी।
- जीवन सुरक्षा ही सर्वोपरि है, सुरक्षा बिना सब व्यर्थ है।
- जीवन सुरक्षा कोई नारा नहीं है बल्कि यह एक जीने का तरीका है।
- आपकी सुरक्षा केवल आप ही की ज़िम्मेदारी है, जो सुरक्षा से नाता तोड़ेगा वह समय से पहले जीवन को छोड़ेगा।
- आपकी सुरक्षा सिर्फ और सिर्फ आप ही के हाथो में है।
- स्वयं की सुरक्षा एक बेहद ही सस्ती और कारगर सुरक्षा पॉलिसी है।
- घर में अपनों कि सुरक्षा अपने हाथो में रखे पर कार में सीट बेल्ट का प्रयोग करे।
- सेफ्टी एक इंजन है जिसे चालू करने की चाबी केवल आपके पास है।
इस प्रकार राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाने का एक मात्र उद्देश्य आपको आपकी सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। वैसे तो आपकी सुरक्षा आप ही की ज़िम्मेदारी है, पर अन्य लोग आपको इसके लिए जागरूक कर रहे है सुनने में थोड़ा अजीब लगता है। जब आप इस पर गौर करेंगे तो इसके महत्व को जानेंगे और सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण को ही अपना प्रथम ध्येय मानेंगे।
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